आज मुझे तेरी याद आ
रही है,
न जाने कियो मेरी
जाने जा रही है,
न जाने कियो बेचैनी
बढ्ने लगी है,
तुम्हारे पाद आने को
न जाने कियो,
तड़पने लगी हूँ में
बाबू।
जब भी तुम्हें देखता
हूँ न जाने क्या होने लगता है,
मदहोश होने लगता हूँ
में,
तुम्हारे करीब होने
को चाहता हूँ में।
मुझे करीब ल के मुझे
अपना बना लो न,
मुझे बाँहों में
लेके अपनी ज़िंदगी बना लो न,
कियो तड़पते हो मुझे
तुम खुद से दूर कर के,
मुझे सारी ज़िंदगी के
लिए हमसफर बना लो न।
अभी तुम मुझे देख के
आनहेन भर रहे थे
थोड़ा न देखि तो क्या
तुम रूठ जाओगे,
मैं बस तुम्हें चिढ़ा
रही थी,
तुम कियो मुझे न समझ
पा रहे हो बाबू।
चलो अब मुझे तुम
अपने पास बुला लो,
पास बुला के मुझे
तुम अपने गोदी में सुला लो,
खामोश कर दो मुझे
तुम प्यार कर के,
मुझे रूह रूह में
अपना प्यार फैला दो बाबू।
बना लो मुझे अपना
आदत अपने करीब ला के,
जागा दो मेरी चाहत
मुझे मुहे अपने बाँहों में लेके,
पूरी दीन पूरी रात
मुझे तुम ऐसे प्यार करो की,
तुमसे नफरत करने का
मुझे समय न रहे बाबू।
आज न जाने कियो तेरी
बहोत याद आ रही है,
बाँहों में आने को
तेरे अरमान छा रही है,
मदहोश होने लगी है
मेरे जिस्म,
न जाने कियो तुमसे
रुबारू होने को बेताब हो रही है।
एक बार के लिए मुझे
अपने बाँहों में ले लो,
ज़ी करे तो मुझे
ज़िंदगी भर के लिए ले लो,
मुझे यकीन है तुम
मुझे न भूल पाओगे
बस मुझे एक बार अपने
जानेमन तो बना लो।
कुछ नहीं चाहिए मुझे
सिर्फ तेरा साथ चाहिए,
हो सके तो ज़िंदगी भर
के लिए चाहिए,
मुझे न कर पाओगे दूर
खुद से,
मेरी प्यार देख के
तुम मुझे,
भूल न पाओगे मेरे
बाबू।
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